मिर्जापुर, नरायनपुर यह कार्रवाई तब की गई जब सरकार द्वारा कई नोटिस दिए जाने और मुआवजे का भुगतान किए जाने के बाद भी मकान मालिक ने इसे खाली नहीं किया।
पृष्ठभूमि और कार्रवाई
यह मकान पुलिस चौकी के सामने त्रिमुहानी के पास बना हुआ था और इसे संभवतः किसी सरकारी परियोजना या सड़क चौड़ीकरण के लिए अधिग्रहित किया गया था। सरकारी नियमों के अनुसार, सरकार ने मकान मालिक को उचित मुआवजा दे दिया था, लेकिन उन्होंने मकान को खाली करने से इनकार कर दिया।
ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया
जब मकान मालिक ने स्वेच्छा से मकान खाली नहीं किया, तो जिला प्रशासन ने कार्रवाई करने का फैसला किया। प्रशासन ने बुलडोजर का इस्तेमाल कर मकान को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान, कानून-व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था।
मौके पर मौजूद अधिकारीगण
यह पूरी कार्रवाई चुनार तहसीलदार कल्पना जी के नेतृत्व में हुई। उनके साथ राजस्व विभाग की एक टीम भी थी, जिसमें नागेंद्र त्रिवेदी (राजस्व निरीक्षक), विजय सिंह, मुकेश कुमार, संजीव मौर्य, जैनुल अंकित और राम कृत यादव (क्राइम इंस्पेक्टर, अदलहाट) शामिल थे।
पुलिस टीम का नेतृत्व नरायनपुर चौकी प्रभारी अजय कुमार मिश्रा ने किया। उनकी टीम में यशवंत सिंह, सुभाष सोनकर, अनिल तिवारी, धनंजय सिंह, काशी यादव और महिला पुलिस बल भी मौजूद था।
इस तरह, जिला प्रशासन ने नियमों का पालन करते हुए और पर्याप्त बल का उपयोग करके उस मकान को शांतिपूर्ण ढंग से ध्वस्त कर दिया, जिसके लिए पहले ही मुआवजा दिया जा चुका था।
रिपोर्ट मिथिलेश कुमार मौर्य