झारखंड राज्य में मां मनसा देवी की पूजा के साथ साथ धनबाद जिला के सिंदरी,बलियापुर में भी श्रद्धालुओं ने काफी भक्ति भाव विधी विधान से पूजा अर्चना किया

बृज बिहारी दुबे
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सिंदरी- धनबाद, झारखंड की सांस्कृतिक विरासत में सर्पों की देवी और भगवान शिव की मानस पुत्री मानसा पूजा का रविवार 17अगस्त को‌ झारखंड के सिंदरी और बलियापुर में शुभारंभ हुआ। श्रद्धालु भादो महीने की विभिन्न तिथियां में विधि विधान के साथ मां मनसा की प्रतिमा स्थापित कर मनाते हैं। श्रद्धालुओं ने व्रत रख देवी मनसा( नागों )की पूजा अर्चना की और मन्नतें मांगी। पारंपरिक प्रथा में मनसा पूजा विशेष अनुष्ठान कर परिवार और गांव की खुशहाली, स्मृद्धि और सर्पदंश से सुरक्षा के रूप में मनाई जाती है। श्रद्धालु  मन्नत और समर्थ के अनुसार बलि देकर मंनसा देवी को प्रसन्न करते  हैं।
सिंदरी शहरपुरा में एस के फोर कालोनी क्वार्टर न0 SK4- 78 के समीप मां मनसा देवी मंदिर में राजा बस्ती के पंडित श्री श्याम ठाकुर जी के द्वारा प्रतिमा का पूजन किया गया। जानकार सुत्रो से पता चला कि,मां मनसा देवी की पूजा करिवन तीस वर्षों से की जा रहीं हैं।आयोजनकर्ता सितू गोराई, नीताइ गोराई , रवि कुमार गोराई ,एवं नयन कुमार दत्ता,घुटी  की देखरेख में 7 दिनों तक चलने वाले अनुष्ठान में सुबह शाम पूजा अर्चना कर प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। सोमवार सुबह मनसा देवी मंदिर में बलि दी जाएगी। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना में भाग लिया। साथ ही भक्तों ने अपने परिवार के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए,मत्था टेका, इसके साथ ही भक्तों ने मनसा माता की जयकारा लगाया ।



रिपोर्ट प्रेम प्रकाश शर्मा

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