कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भक्ति , उल्लास और विशेष अनुष्ठानों के साथ मनाई गई

बृज बिहारी दुबे
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सिंदरी , धनबाद।भगवान श्री कृष्ण के जन्म का उत्सव कृष्ण जन्माष्टमी शनिवार को सिंदरी और बलियापुर , गौशाला,डोमगड़, रांगामाटी , मनोहर टांड़ एवं सिन्दरी के सभी मंदिरों में श्रद्धा भक्ति भाव से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी   मनाई गई। सैकड़ों की संख्या में  श्रद्धालु  माताएं बहनें बच्चों की मंदिरों में भीड़, भगवान ‌श्रीकृष्ण से अपने परिवार के सदस्यों के लिए स्वास्थ्य ,धन और समृद्धि की प्रार्थना की। फूलों से सजे और रात में रोशनी से जगमगाते सभी मंदिरों में संध्या से ही श्रद्धालु जुटना शुरू हो गए थे, मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने व्रत रख भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना की। लड्डू गोपाल को भक्तों ने झूले में झुलाया । कुछ नन्हे बच्चे  बच्चीया राधा- कृष्ण का रूप धारण कर अपने परिजनों के संग हाथ में  बांसुरी एवं मोर पंख लिए हुए मंदिर पहुंचे। मध्य रात्रि में भव्य नजारा देखने को मिला, जैसे ही घड़ी की सूई ने 12 बजने का संकेत दिया, मंदिरों के घंटे की ध्वनि केबीच हरे -हरे कृष्णा के जयकारों  व शंख की ध्वनि से आस -पास का वातावरण गूंज उठा।उस क्षण का सभी को इंतजार था। भक्त इसआलोकिक पल को भागीदार बनाते हुए पूजन सामग्री के साथ पूजा अर्चना मे जुट गए। मंदिरों के पुजारी पूजा पाठ और अनुष्ठानों में भक्तों का मार्गदर्शन करते हुए दिखे। उस नजारे को देखने के लिए श्रद्धालुओं का । लगा रहा। उपरांत भगवान श्री कृष्ण को सिंघाड़े का हलवा, धनिया की पंजीरी, फल मिठाई का भोग लगाने के   विशेष भोजन के साथ भक्तों ने उपवास तोड़ा। शहरपुरा में मुख्य रूप से गायत्री मंदिर ,शहरपुरा शिव मंदिर, मीरा -मोहन धाम मंदिर, एसीसी गेट समीप कृष्ण मंदिर, जय माता दी मंदिर,रागामाटी राधे कृष्ण मंदिर के अलावा गौशाला, डोंमगढ़ एवं बलियापुर के मंदिरों में भीड़ देखी गई।



रिपोर्ट प्रेम प्रकाश शर्मा

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