एकता और चिंता का संगम: संत रविदास नगर भदोही में पत्रकार कमलेश पाठक की बहन के तिलक उत्सव में शामिल हुए 'भारतीय मीडिया फाउंडेशन' के पदाधिकारी

बृज बिहारी दुबे
By -

रिपोर्ट -विजय कुमार उपाध्याय 

संत रविदास नगर/भदोही, उत्तर प्रदेश।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन (नेशनल) की राष्ट्रीय कोर कमेटी के संस्थापक एके बिंदुसार और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने मिर्जापुर के जमालपुर के ग्राम सभा मदरा से चलकर उत्तर प्रदेश के संत रविदास नगर भदोही जनपद के उदय करनपुर में  वरिष्ठ पत्रकार कमलेश पाठक की चचेरी बहन के तिलक उत्सव कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर पत्रकार बिरादरी की एकजुटता का संदेश दिया।
 शीर्ष नेतृत्व ने की शिरकत
इस कार्यक्रम में एके बिंदुसार के साथ भारतीय  मीडिया फाउंडेशन के कई महत्वपूर्ण सदस्य शामिल हुए। इनमें मुख्य रूप से:
  केंद्रीय मैनेजमेंट कमेटी के जॉइंट केंद्रीय अध्यक्ष मदन मोहन पाठक
 उत्तर प्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं मिर्जापुर प्रभारी विजय कुमार उपाध्याय,
मिर्जापुर जमालपुर सेक्टर नंबर 3 के जिला पंचायत प्रत्याशी विकास पांडेय,
सहित कई अन्य पत्रकार बंधु उपस्थित रहे। इस दौरान सभी ने कमलेश पाठक के परिवार को शुभकामनाएं दीं और उनके उत्सव की खुशी में भागीदार बने।
 रास्ते भर हुआ जोरदार स्वागत
संत रविदास नगर, भदोही के महाराजगंज जाते समय, संस्थापक एके बिंदुसार का कई पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। यह स्वागत इस बात का प्रमाण है कि पत्रकार समुदाय में उनकी बात को गंभीरता से लिया जाता है और वे अपने साथियों के बीच एक मजबूत आधार रखते हैं।
 पत्रकार उत्पीड़न पर जताई गहरी चिंता
उत्सव के माहौल के बीच भी, भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने उत्तर प्रदेश में पत्रकारों के सामने आ रही चुनौतियों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि:
> "उत्तर प्रदेश में अब पत्रकारों का उत्पीड़न फिर से शुरू हो गया है। सत्ता में बैठे लोग अब अपनी कमियों को छिपाने के लिए पत्रकारों को टारगेट बना रहे हैं।"
बिंदुसार का यह बयान हाल ही में हुई कुछ घटनाओं की ओर इशारा करता है, जहां पत्रकारों को उनके काम के लिए निशाना बनाया गया है। उन्होंने दोहराया कि मीडिया फाउंडेशन इस उत्पीड़न के खिलाफ हमेशा आवाज उठाएगा और पत्रकार साथियों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।
यह तिलक उत्सव कार्यक्रम न केवल एक पारिवारिक समारोह था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, पत्रकार समुदाय एकजुट है और अपने साथियों के सुख-दुख में शामिल होने के साथ-साथ, पेशेवर चुनौतियों पर भी खुलकर अपनी राय व्यक्त करने से पीछे नहीं हटता है।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn more
Ok, Go it!