गोरखपुर लोक निर्माण विभाग में व्यापक भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई लड रहे कर्मचारियो और अधिकारियो ने मिलकर प्रदेश महासचिव शिवसेना लल्लन दुबे के खिलाफ तब अभद्रता और मारपीट की, जब वो अपने काम से लोक निर्माण विभाग गोरखपुर कार्यालय पहुंचे। मारपीट कर जबरन कमरे में बंद कर दिया।शिवसेना महासचिव लल्लन दुबे द्वारा पुलिस अधीक्षक और 112 पर काॅल करके इस घटना की सूचना दी गयी। 112 की पुलिस टीम ने पहुंचकर उनको छुडाया। इसकी लिखित शिकायत लल्लन दुबे ने संबधित थाने में दी, परन्तु पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई अब तक नहीं की गयी। कर्मचारीगण ने जिलाधिकारी से मिलकर भी इस घटना की झूठी शिकायत दर्ज करने की शिकायत की, उनकी शिकायत पर पुलिस ने शिवसेना महासचिव लल्लन दुबे के खिलाफ संगीन धाराओ में मुकदमा दर्ज कर लिया और आनन फानन में जब शिवसेना महासचिव लल्लन दुबे पुलिस अधीक्षक से मिलने पुनः अपनी शिकायत के लिए कार्यालय जा रहे थे तब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
इस एकपक्षीय कार्यवाई पर शिवसेना संगठन उप्र इकाई की तरफ से नाराजगी जाहिर की गयी और सरकार को भी यह चेतावनी दी गयी कि इस झूठे मामले में प्रदेश महासचिव लल्लन दुबे ने जो पहले शिकायत दर्ज करवाई उस पर क्यों पुलिस ने कार्यवाई नहीं की।
प्रदेश अध्यक्ष अभय द्विवेदी सहित संगठन के सभी प्रदेश पदाधिकारियो ने सोमवार को पूरे प्रदेश में इस पर व्यापक विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी कि तुरंत प्रदेश महासचिव लल्लन दुबे की शिकायत पर कार्रवाई हो।
शिवसेना माननीय एकनाथ शिंदे जी, उपमुख्यमंत्री महाराष्ट्र के नेतृत्व में महाराष्ट्र और केन्द्र सरकार में सहयोगी पार्टी है। प्रदेश अध्यक्ष द्वारा इस मामले को शिवसेना मुखिया एकनाथ शिंदे जी एवं अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारियो के संज्ञान में डाला गया है। जल्द ही प्रदेश संगठन आर पार की लडाई लडने अब सडको पर उतरेगा। लोकसभा में शिवसेना के नेता डा श्रीकांत शिंदे, केन्द्रीय मंत्री प्रताप राव जाधव जी, राष्ट्रीय समन्यवयक डा अभिषेक वर्मा जी और राष्ट्रीय संयोजक गुलाब दुबे जी के भी संज्ञान में यह मामला पहुंच चुका है।
