चोपन/सोनभद्र - शनिवार को स्थानीय विकासखंड परिसर में समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश 2047 जनपदीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे सैकड़ों समूह की महिला शामिल हुई। कार्यक्रम में महिला स्वयं सहायता समूहों ने अपने हाथों से बनाए उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई। मुख्य अतिथि रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी आर.के. चतुर्वेदी ने कहा कि गृहणियां सीमित संसाधनों में भी बेहतर प्रबंधन करती हैं। उन्होंने बताया कि कोविड काल में गृहिणियों की बचत परिवारों के लिए संबल बनी। कार्यक्रम में पर्यटन क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका पर भी चर्चा हुई। सोनभद्र को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना पर काम चल रहा है। श्री चतुर्वेदी ने बताया कि प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य है। उत्तर प्रदेश सरकार 12 सेक्टरों में काम कर रही है। इनमें रोजगार, स्वास्थ्य, नागरिक सुविधाएं और आईटी सेक्टर शामिल हैं। सोनभद्र में प्राकृतिक धरोहर, ऐतिहासिक स्थल और धार्मिक पर्यटन स्थलों को विकसित कर रोजगार के नए अवसर बनाए जा सकते हैं। आगे उन्होंने ने बताया कि 2004-05 की तुलना में आज सड़क और कनेक्टिविटी में काफी सुधार हुआ है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं और समूह की प्रतिनिधियां शामिल हुईं। इस अवसर पर अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त आईपीएस एवं लखनऊ निवासी रामदर्शन प्रताप सिंह तथा बनारस कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, दुर्गापुर के पूर्व प्राचार्य डॉ. राकेश बाबू गौड़ के साथ ही मुख्य विकास अधिकारी हेमन्त कुमार सिंह, जिला रोजगार अधिकारी रवीन्द्र विजयराघव, सहायक सूचना अधिकारी जयशंकर भारतीय, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी सूर्यकांत ओझा, खंड विकास अधिकारी अजीत कुमार यादव समेत अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट सत्यदेव पांडे
