चुनार मिर्जापुर के इमलिया चट्टी ग्राम सभा बभनी में जितिया व्रत के अवसर पर महिलाओं ने अपने पुत्र की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए 24 घंटे का निर्जला उपवास रखा। इस व्रत को महिलाओं के सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है, लेकिन माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र और सुख शांति की कामना के लिए इस व्रत को करती हैं।
*जितिया व्रत का महत्व*
जितिया व्रत का महत्व इस प्रकार है:
- *पुत्र की लंबी उम्र*: इस व्रत को करने से पुत्र की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना पूरी होती है।
- *संतान के कष्ट दूर*: इस व्रत को करने से संतान के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
- *पुत्र रत्न की प्राप्ति*: इस व्रत को करने से पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है।
*महिलाओं की तपस्या*
इमलिया चट्टी ग्राम सभा बभनी की महिलाओं ने जितिया व्रत के अवसर पर अपनी तपस्या का प्रदर्शन किया। उन्होंने 24 घंटे का निर्जला उपवास रखा और अपने पुत्र की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
*ग्रामवासियों की शुभकामनाएं*
ग्रामवासियों ने महिलाओं को जितिया व्रत की शुभकामनाएं दीं और उनकी तपस्या की प्रशंसा की। ग्रामवासियों का मानना है कि जितिया व्रत के अवसर पर महिलाओं की तपस्या से ग्राम की सुख-समृद्धि बढ़ती है।
जितिया व्रत एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें महिलाएं अपने पुत्र की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए तपस्या करती हैं। इमलिया चट्टी ग्राम सभा बभनी की महिलाओं ने जितिया व्रत के अवसर पर अपनी तपस्या का प्रदर्शन किया और ग्रामवासियों ने उनकी शुभकामनाएं दीं।
रिपोर्ट अनिल कुमार
