अंबेडकर नगर:जिले के रफीगंज पावर हाउस से संचालित होने वाले ग्राम अमोल बुजुर्ग के ग्रामीण इन दिनों बिजली की अघोषित कटौती से त्रस्त हैं। भीषण गर्मी और उमस के इस मौसम में बिजली विभाग की लापरवाही ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली कब आएगी और कब जाएगी, इसकी कोई जानकारी नहीं दी जाती। यह समस्या अब एक दैनिक नियति बन गई है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है।
सुबह 9 बजे से ही गुल हो जाती है बिजली
अमोल बुजुर्ग के ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली विभाग बिना किसी पूर्व सूचना के सुबह 9 बजे से ही बिजली काट देता है। इस कटौती का सिलसिला कई घंटों तक चलता है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों को इस उमस भरी गर्मी में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण दिन भर गर्मी और अंधेरे में रहने को मजबूर हैं।
शिकायत करने पर मिलती है धमकी
ग्रामीणों ने जब इस समस्या को लेकर विभाग के अवर अभियंता (जेई) से संपर्क किया, तो उन्हें सहयोग करने के बजाय उल्टा धमकी दी गई। ग्रामीणों ने बताया कि जेई उपभोक्ताओं की शिकायत सुनने के बजाय उन्हें ही धमकाते हैं, जिससे वे अपनी बात कहने से भी डरने लगे हैं। यह स्थिति बिजली विभाग के गैर-जिम्मेदाराना रवैये को दर्शाती है।
जिला प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग
इस लापरवाही और मनमानी से तंग आकर ग्रामीणों ने अब जिला प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की है। ग्रामीणों ने एक ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि इस मामले की तुरंत जांच की जाए और ग्रामीणों को नियमित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उनका कहना है कि अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस पूरे मामले में ग्रामीणों की उम्मीदें अब केवल जिला प्रशासन पर टिकी हुई हैं।
रिपोर्ट पवन पाठक