उत्तर प्रदेश में 2027 में चौथी सत्ता मीडिया सत्ता का समानांतर वर्चस्व बनाने के लिए भारतीय मीडिया फाउंडेशन एवं इंटरनेशनल मीडिया आर्मी के नेतृत्व में एक बड़े मिशन का आगाज

बृज बिहारी दुबे
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एके बिंदुसार  संस्थापक- भारतीय मीडिया फाउंडेशन 
एवं मुख्य संयोजक- इंटरनेशनल मीडिया आर्मी 
संस्थापक -भारतीय मतदाता महासभा
निर्माता- बी एम एफ न्यूज़ नेटवर्क 
यूपी स्टेट हेड-वॉयस ऑफ़ ए टू जेड (राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्र)

नई दिल्ली उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027: मीडिया की भूमिका, एक समानांतर सरकार के रूप में
उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे मीडिया की भूमिका को लेकर चर्चाएँ तेज़ हो रही हैं। यह सिर्फ़ चुनावी ख़बरें देने तक सीमित नहीं होगी, बल्कि एक समानांतर सरकार के रूप में काम करते हुए जनता को जागरूक करने, उनके अधिकारों के प्रति सजग बनाने और लोकतंत्र को मज़बूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

मीडिया की भूमिका  सूचना से परे 
*मीडिया की भूमिका को सिर्फ़ चुनावी रिपोर्टिंग तक सीमित नहीं किया जा सकता। 2027 के चुनाव में इसकी भूमिका कई मायनों में अहम होगी


 उम्मीदवारों का विश्लेषण मीडिया केवल उम्मीदवारों के नाम और उनकी पार्टी के बारे में नहीं बताएगा, बल्कि उनके पिछले रिकॉर्ड, शैक्षणिक योग्यता, आपराधिक मामलों और उनके द्वारा किए गए वादों का भी गहन विश्लेषण करेगा। इससे मतदाताओं को सही उम्मीदवार चुनने में मदद मिलेगी।
 नीतियों और वादों का मूल्यांकन 
 मीडिया विभिन्न पार्टियों द्वारा किए गए वादों और उनकी नीतियों की व्यावहारिकता पर सवाल उठाएगा। वह यह भी देखेगा कि क्या पिछली सरकार ने अपने वादे पूरे किए थे।
 जनता की आवाज़ 
 मीडिया उन मुद्दों को उठाएगा जो आम जनता के लिए महत्वपूर्ण हैं, जैसे कि रोज़गार, स्वास्थ्य सेवाएँ, शिक्षा, और बुनियादी ढाँचा। यह जनता के विचारों और शिकायतों को सरकार तक पहुँचाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा।
समानांतर सरकार के रूप में मीडिया का महत्व
मीडिया एक समानांतर सरकार की तरह काम करता है क्योंकि यह सरकार पर लगातार नज़र रखता है और उसकी जवाबदेही सुनिश्चित करता है।

 चौथी सत्ता के रूप में  लोकतंत्र में, सरकार के तीन अंग होते हैं - विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका। मीडिया को अक्सर 'चौथी सत्ता' कहा जाता है क्योंकि यह सरकार के इन तीनों अंगों के कार्यों की समीक्षा करता है और उनकी शक्तियों पर एक महत्वपूर्ण नियंत्रण रखता है।
 निगरानी और आलोचना:
 एक समानांतर सरकार के रूप में, मीडिया न केवल सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों की ख़बरें देता है, बल्कि उनकी रचनात्मक आलोचना भी करता है। यह जनता को यह समझने में मदद करता है कि सरकार कहाँ सही है और कहाँ उसे सुधार की ज़रूरत है।
 *जवाबदेही तय करना:* मीडिया सरकार को उसके वादों और नीतियों के लिए जवाबदेह बनाता है। यह सवाल पूछता है, समस्याओं को उजागर करता है और सरकार को समाधान ढूँढने के लिए मजबूर करता है।
 जागरूकता बढ़ाना: मीडिया जनता को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक करता है। यह उन्हें वोट देने, सरकार से सवाल पूछने और लोकतंत्र में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करता है।

*मीडिया की ज़िम्मेदारी: निष्पक्षता और सत्यवादिता
यह सब तभी संभव है जब मीडिया अपनी ज़िम्मेदारी को समझे और उसका पालन करे।
 *सत्य की पड़ताल:*
 आज के समय में जब ग़लत जानकारी और अफ़वाहें तेज़ी से फैलती हैं, मीडिया की यह ज़िम्मेदारी है कि वह हर ख़बर की सत्यता की जाँच करे। तथ्यों की जाँच (Fact-Checking) उसकी प्राथमिकता होनी चाहिए।
 *निष्पक्षता और संतुलन:* मीडिया को किसी भी पार्टी या विचारधारा के पक्ष में नहीं झुकना चाहिए। उसे सभी पक्षों को समान अवसर देना चाहिए और संतुलित रिपोर्टिंग करनी चाहिए।
 *जनता के हित में काम करना:*
 मीडिया को हमेशा जनता के हित को सर्वोपरि रखना चाहिए। उसे ऐसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो समाज के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं, न कि उन मुद्दों पर जो सिर्फ़ सनसनी पैदा करते हैं।

उत्तर प्रदेश मिशन 2027 में, मीडिया की भूमिका सिर्फ़ चुनाव की ख़बरें देने तक सीमित नहीं होगी, बल्कि यह एक मज़बूत समानांतर सरकार के रूप में काम करेगी जो लोकतंत्र को जीवंत बनाए रखेगी। यह जनता को सशक्त बनाने, सरकार पर नियंत्रण रखने और एक जवाबदेह, पारदर्शी तथा प्रभावी शासन सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। हालाँकि, यह तभी संभव है जब मीडिया अपनी ज़िम्मेदारी को ईमानदारी और निष्पक्षता से निभाए।

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