मनीषा मौत मामले में कई सवाल उठाए गए जिनके जवाब पुलिस जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मिल सकते

बृज बिहारी दुबे
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             (ए.के बिंदुसार)

1. *मरने से पहले कोई अपनी लोकल लैंग्वेज को अंग्रेजी में लिखता है?*
मनीषा के सुसाइड नोट में अंग्रेजी का उपयोग इस बात का संकेत दे सकता है कि वह अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए इस भाषा का उपयोग करना चाहती थी। यह भी संभव है कि वह अपनी शिक्षा या व्यक्तिगत पसंद के कारण अंग्रेजी में लिखना पसंद करती थी।

2. *क्या मनीषा को हिंदी लिखनी नहीं आती थी?*
इस सवाल का जवाब स्पष्ट नहीं है, लेकिन मनीषा के सुसाइड नोट में अंग्रेजी का उपयोग इस बात का संकेत नहीं देता कि उसे हिंदी लिखनी नहीं आती थी।

3. *क्या मनीषा ए ग्रेड शहर में रहने वाली मेडिकल या इंजीनियरिंग स्टूडेंट थी, जिसका हिंदी में हाथ तंग हो?*
मनीषा एक प्ले स्कूल में टीचर थीं, न कि मेडिकल या इंजीनियरिंग स्टूडेंट। उनकी शिक्षा और पृष्ठभूमि के बारे में अधिक जानकारी नहीं है, लेकिन यह सवाल उनके हिंदी में लिखने की क्षमता पर संदेह पैदा करता है।

4. *जब मनीषा ने जहर खा लिया, तो क्या खाने के बाद वह मदद के लिए इधर-उधर नहीं दौड़ी?*
पुलिस जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, मनीषा ने जहर खाने के बाद खुद का इलाज नहीं करवाया और न ही मदद के लिए किसी को बुलाया। यह संभव है कि उसने जहर की अधिक मात्रा खा ली थी जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई थी।

5. *क्या जहर खाने के बाद मनीषा ने खुद के मरने का आराम से बैठकर इंतजार किया?*
इस सवाल का जवाब स्पष्ट नहीं है, लेकिन पुलिस जांच के अनुसार, मनीषा ने जहर खाने के बाद खुद को एक खेत में पाया गया था। यह संभव है कि उसने जहर खाने के बाद खुद को अलग-थलग कर लिया था।

6. *क्या जहरीला पदार्थ खाने से हुई मौत के बाद कोई जानवर आसपास भी फटकता है?*
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, मनीषा के शरीर पर जानवरों के हमले के निशान थे, जो इस बात का संकेत देते हैं कि उसके शव को जानवरों ने क्षतिग्रस्त किया था।

7. *चलो मान लें, मनीषा ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दी, उसे गीदड़ खा गया। तो क्या जहर के असर से गीदड़ की भी मौत हो गई?*
इस सवाल का जवाब स्पष्ट नहीं है, लेकिन पुलिस जांच में इस बात का कोई उल्लेख नहीं है कि गीदड़ की मौत जहर के असर से हुई थी।

8. *सुसाइड नोट में शब्दों का प्रयोग चयन करके किया गया हो, जो लगता है किसी अधिकारी ने खुद लिखवाया हो?*
पुलिस जांच के अनुसार, मनीषा के सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग उसके अन्य दस्तावेजों से मेल खाती है, जो इस बात का संकेत देता है कि उसने खुद यह नोट लिखा था।

9. *मनीषा कब शरीर के साथ बर्बरता की खबरें छप रही थी, तो उस समय भिवानी पुलिस और डॉक्टर क्या भांग खाए हुए थे?*
पुलिस और डॉक्टरों ने इस मामले में अपनी जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर बयान दिया है। पुलिस ने कहा कि मनीषा के शरीर पर जानवरों के हमले के निशान थे, जो इस बात का संकेत देते हैं कि उसके शव को जानवरों ने क्षतिग्रस्त किया था ।

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