वाराणसी में अवैध ऑटो-रिक्शा की समस्या गंभीर होती जा रही है, जहां परमिट वाली गाड़ियों की संख्या 12-14 हजार है, वहीं सड़कों पर दौड़ रही गाड़ियों की संख्या 30-35 हजार बताई जा रही है। यह स्थिति तब है जब पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल खुद सड़कों पर उतरकर अभियान चला रहे हैं और अवैध गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।
*वाराणसी पुलिस की कार्रवाई*
- मई 2025 में पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने खुद सड़कों पर उतरकर अभियान चलाया, जिसमें 108 ई-रिक्शा सीज किए गए और 745 का चालान किया गया।
- जनवरी 2025 में भी पुलिस कमिश्नर ने अतिक्रमण के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया था, जिसमें 74 अतिक्रमणकारियों पर एफआईआर दर्ज की गई और 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
*समस्या की जड़*
- बारकोड सिस्टम माफियाओं की जुगाड़ और विभागीय मिलीभगत से मज़ाक बन चुका है, जिससे नकली बारकोड और स्टिकर का उपयोग आम बात हो गई है।
- अभियान शुरू होने से पहले ही अवैध गाड़ियों को सूचना दे दी जाती है, जिससे कार्रवाई का कोई खास असर नहीं हो रहा है।
*आगे की राह*
वाराणसी की सड़कों पर ईमानदार ट्रैफिक व्यवस्था लौटाने के लिए पुलिस विभाग को कड़ी कार्रवाई करनी होगी और विभागीय मिलीभगत को रोकना होगा। इसके लिए पुलिस कमिश्नर को अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा और अवैध गाड़ियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी ।
रिपोर्ट भगवान ठाकुर