भारतीय मीडिया फाउंडेशन (नेशनल) एक नए और सशक्त दौर की शुरुआत करने जा रहा है। 2026 के लिए एक बिल्कुल नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची तैयार की जा रही है, जो संगठन को नई ऊर्जा और दिशा देगी। यह कोई सामान्य पुनर्गठन नहीं है, बल्कि एक क्रांतिकारी बदलाव है, जिसके तहत संगठन की नियमावली में कई महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक परिवर्तन किए गए हैं। इसका सीधा उद्देश्य मीडिया जगत के हर क्षेत्र से युवा और अनुभवी दोनों तरह के अधिकारियों को एक साथ लाकर एक शक्तिशाली टीम बनाना है।
इस बड़े कदम के पीछे यूनियन के संस्थापक और केंद्रीय मैनेजमेंट अफेयर्स कमेटी के केंद्रीय अध्यक्ष, एके बिंदुसार का महत्वपूर्ण दृष्टिकोण है। उन्होंने बताया कि अब संगठन के विभागीय प्रकोष्ठों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को अलग-अलग इकाइयों के रूप में गठित किया जाएगा, ताकि दोनों क्षेत्रों की विशिष्ट जरूरतों और चुनौतियों पर अलग-अलग ध्यान केंद्रित किया जा सके। इसका मतलब है कि अब प्रिंट मीडिया सेल के लिए एक अलग राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सेल के लिए एक अलग राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे।
यह फैसला मीडिया जगत में विशेषज्ञता को बढ़ावा देगा और हर क्षेत्र के लिए समर्पित नेतृत्व सुनिश्चित करेगा।
संगठन की कोर कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पंडित बालकृष्ण तिवारी की अध्यक्षता में नई कार्यकारिणी के गठन का काम पूरी मुस्तैदी से चल रहा है। बिंदुसार ने यह भी घोषणा की कि यह बहुप्रतीक्षित सूची 28 सितंबर को मिर्जापुर में होने वाले महासम्मेलन से ठीक पहले जारी कर दी जाएगी। यह घोषणा अपने आप में एक बड़ा संदेश है कि संगठन पूरी तरह से तैयार है और जल्द ही अपनी नई रणनीतियों के साथ मैदान में उतरेगा। इसी तर्ज पर, सभी प्रदेश कमेटियों का भी पुनर्गठन किया जाएगा, ताकि पूरे देश में संगठन की पकड़ और मजबूत हो सके। यह बदलाव मीडिया की दुनिया में एक नए अध्याय की शुरुआत का संकेत है।
रिपोर्ट सिम्मी भट्टी