भारतीय मीडिया फाउंडेशन (नेशनल) टीम की ओर से यूनियन के संस्थापक एके बिंदुसार, केंद्रीय मैनेजमेंट अफेयर्स कमेटी के केंद्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष रविकांत साहू, राष्ट्रीय प्रवक्ता कृष्णकांत जायसवाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित बालकृष्ण तिवारी, जॉइंट केंद्रीय अध्यक्ष केंद्रीय मैनेजमेंट अफेयर्स कमेटी से मदन मोहन पाठक ,केंद्रीय अनुशासन समिति के केंद्रीय अध्यक्ष राम आसरे, केंद्रीय अनुशासन समिति के केंद्रीय मुख्य सचिव दीपक कुमार गुप्ता , राष्ट्रीय डिप्टी चेयरमैन मिथिलेश कुमार मौर्य, केंद्रीय पॉलिसी मेकिंग सुप्रीम कमेटी के केंद्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री राम केसरी, राष्ट्रीय महासचिव रामसेवक सैनी, डिजिटल मीडिया सेल के राष्ट्रीय संगठन सचिव विजेंद्र बहादुर सिंह जो लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ एवं पत्रकार तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं के अधिकारों की आवाज को रियल मीडिया एवं डिजिटल मीडिया तथा सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार उठाने का कार्य कर रहे हैं और क्षेत्र में जनसंपर्क करना प्रारंभ कर दिए हैं।
मीडिया से हुई बातचीत में यूनियन के संस्थापक एके बिंदुसार ने कहा कि हमारे जितने भी भारतीय मीडिया फाउंडेशन ( नेशनल) कोर कमेटी के मीडिया अधिकारी एवं पदाधिकारी हैं उन्हें 17 अगस्त को मीटिंग के बाद 18 अगस्त से महासम्मेलन की तैयारी की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी जिसमें पूर्वांचल से राष्ट्रीय डिप्टी चेयरमैन अजय सेठ, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष ख्वाजा खान, राष्ट्रीय महासचिव राजनाथ सिंह, केंद्रीय अनुशासन समिति के केंद्रीय उपाध्यक्ष सत्यदेव पांडेय,राज्य डिप्टी चेयरमैन विशाल तिवारी, विंध्याचल मंडल अध्यक्ष सुरेश कुमार पटेल, डिजिटल मीडिया सेल के राष्ट्रीय सचिव धर्मेंद्र कुमार, अधिवक्ता फोरम के राष्ट्रीय महासचिव ज्ञानेंद्र धुर्वे एडवोकेट सहित पूर्वांचल के इन संघर्षशील मीडिया अधिकारियों एवं पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपकर महा सम्मेलन को सफल बनाने की रणनीति पर कार्य तेजी से चल रहा है
यूनियन के संस्थापक एके बिंदुसार की टीम तो अभी से संपर्क में उतर चुकी है।
अब यह देखा जाएगा कि जिस तरीके से यूनियन के मीडिया अधिकारी एवं पदाधिकारी तथा पत्रकार बंधु पूर्वांचल में तूफानी दौरा कर रहे हैं इस महासम्मेलन को कितना सफल बनाने में कामयाब होते हैं।
इस महा सम्मेलन को राजनीतिक दृष्टिकोण से भी देखा जा रहा है, क्योंकि इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य मीडिया पालिका की स्थापना करना मीडिया कल्याण बोर्ड की स्थापना करना, पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के सुरक्षा कानून को लागू करना, मीडिया के और विभिन्न संवैधानिक मुद्दे को लगातार जोर शोर से उठाया जा रहा है।
एक अहम मुद्दा भी यह यूनियन उठाता है विधान परिषद में पत्रकारों की भागीदारी को भी सुरक्षित करना है।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन नेशनल कमेटी की ओर से कई बार शिक्षक स्नातक विधायकों की तरह पत्रकारों को भी विधान परिषद सदस्य बनाने की ( journalist member of legislative council) लगातार मांग उठाई जा रही है।
अब यह देखना है कि क्या कुछ राजनीतिक पार्टियां भी सपोर्ट में आ रही हैं यह तो अब वक्त बताएगा महा सम्मेलन का समय नजदीक आते आते।