खजुरी, देवरिया मिर्जापुर: देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले अमर शहीद रामचंद्र विद्यार्थी को आज उनकी शहादत के दिन भागीदारी पार्टी (पी) ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। 14 अगस्त, 2025 को ग्राम सभा खजुरी में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने महान देशभक्त को याद किया।
इस अवसर पर, पार्टी के पूर्वांचल उपाध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार चक्रवर्ती ने शहीद रामचंद्र विद्यार्थी के अद्भुत साहस और त्याग की गाथा सुनाई। उन्होंने बताया कि मात्र 13 वर्ष की आयु में, जब उनका जन्म 1929 में ग्राम हथियागढ़, जिला देवरिया में हुआ था, तब देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद कराने की चिंगारी उनके भीतर धधक रही थी।
डॉ. चक्रवर्ती ने आगे कहा, "यह वर्ष 1942 का समय था, जब भारत छोड़ो आंदोलन पूरे देश में जोर पकड़ रहा था। देवरिया के कलेक्टर कार्यालय पर अंग्रेजों का झंडा फहरा रहा था। उस छोटे से बालक रामचंद्र विद्यार्थी ने अदम्य साहस दिखाते हुए उस झंडे को उतारकर, हमारे देश का गौरव, तिरंगा झंडा फहरा दिया।" अंग्रेजों की क्रूरता का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि इस देशभक्तिपूर्ण कार्य से बौखलाए अंग्रेजों ने उसी समय उन्हें गोलियों से भून दिया।
इस कार्यक्रम में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे, जिनमें पूर्वांचल महासचिव राजकुमार भारती, प्रदेश सलाहकार जय प्रसाद और रामफल प्रजापति प्रमुख थे। इनके साथ ही, श्री मेहंदी लाल प्रजापति, रामराज प्रजापति, विंध्यवासिनी प्रजापति और वंशधारी प्रजापति सहित तमाम पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने शहीद रामचंद्र विद्यार्थी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
सभी वक्ताओं ने युवा पीढ़ी से रामचंद्र विद्यार्थी के आदर्शों से प्रेरणा लेने और देश के लिए त्याग और समर्पण की भावना बनाए रखने का आह्वान किया। यह कार्यक्रम अमर शहीद की स्मृति को सजीव रखने और उनके बलिदान को सम्मान देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
रिपोर्ट राम सेवक सैनी