वाराणसी में पूर्व ग्राम प्रधान पप्पू यादव की पत्नी मुन्नी देवी ने चांद देखकर खोला व्रत — बोले, यह प्रेम और विश्वास का पर्व है

बृज बिहारी दुबे
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वाराणसी देशभर में करवाचौथ का पर्व धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए निर्जला व्रत रखा। पूरे दिन महिलाएं सज-संवर कर करवा चौथ की तैयारियों में जुटी रहीं। शाम होते ही सबकी निगाहें आसमान की ओर टिकी रहीं, क्योंकि करवाचौथ का सबसे पवित्र क्षण चांद के दर्शन के बाद ही आता है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी, प्रयागराज, नोएडा और गाजियाबाद समेत कई जिलों में रात होते ही चांद के दीदार के साथ महिलाओं ने व्रत खोला। वाराणसी के सेवापुरी ब्लॉक स्थित ईश्वरवार गांव में भी करवाचौथ का पर्व पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। गांव के पूर्व ग्राम प्रधान श्याम सुंदर यादव उर्फ़ पप्पू यादव की पत्नी मुन्नी देवी ने चांद दिखाई देने के बाद विधिवत पूजा-अर्चना कर व्रत खोला और अपने पति की लंबी उम्र की कामना की। व्रत खोलने के बाद मुन्नी देवी ने कहा कि “करवाचौथ का यह व्रत हम हर साल पूरे श्रद्धा और विश्वास के साथ रखते हैं। दिनभर निर्जला रहकर जब चांद दिखाई देता है और पति के हाथ से जल ग्रहण करते हैं, तो मन को असीम शांति मिलती है। हम भगवान से यही प्रार्थना करते हैं कि हमारे पति स्वस्थ और दीर्घायु रहें, और परिवार में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहे।
वहीं, पूर्व ग्राम प्रधान पप्पू यादव ने कहा कि “करवाचौथ केवल धार्मिक परंपरा नहीं बल्कि पति-पत्नी के प्रेम, विश्वास और एक-दूसरे के प्रति समर्पण का प्रतीक है। मैं अपनी पत्नी मुन्नी देवी के इस त्याग और प्रेम के लिए उनका आभारी हूं। ऐसे त्योहार हमें परिवार, संस्कार और आपसी संबंधों की गहराई का एहसास कराते हैं। भगवान सभी के जीवन में सुख और प्रेम बनाए रखें।गांव में करवाचौथ के अवसर पर महिलाओं में उत्साह देखते ही बन रहा था। सजी-धजी सुहागिनों ने एक-दूसरे को बधाइयाँ दीं, करवाचौथ की कथा सुनाई और चांद निकलते ही मंगल गीत गाते हुए व्रत खोला। पूरे क्षेत्र में पारंपरिक रौनक और खुशियों का माहौल बना रहा।

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