वाराणसी किशोरी हित में सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रम तक पहुँच और उनके सामने आने वाली चुनौतियों को रेखांकित करने एवं उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं से अवगत कराने के उद्देश्य से डॉ शम्भुनाथ सिंह रिसर्च फाउंडेशन द्वारा अपनी सहयोगी संस्थाओं चाइल्ड राइट्स एंड यू (क्राई), अजीम प्रेमजी फाउंडेशन एवं महिला कल्याण विभाग एवं वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के सहयोग से मिशन शक्ति 0.5 के अंतर्गत सारनाथ स्थित बुद्धम शरणं परिसर में किशोरी सशक्तिकरण सम्मलेन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत करते हुए फाउंडेशन के महासचिव एवं मुख्य कार्यकारी राजीव कुमार सिंह ने कहा कि इस सम्मलेन का उद्देश्य संस्था से जुड़े स्वयं सेवको, पियर एजुकेटर्स एवं पियर लीडर्स को किशोरियों के स्वास्थ्य, पोषण, वाश, शिक्षा, सुरक्षा, जीवन कौशल व कौशल विकास के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाना तथा उपरोक्त विषयों से सम्बंधित विभिन्न सरकारी योजनाओं एवं उनसे जुड़े कानूनों के सन्दर्भ में जानकारी प्रदान करना है, ताकि वे इन जानकारियों को अपने समूह की अन्य किशोरियों तक पहुँचा कर उन्हें सशक्त बना सकें । सम्मेलन का शुभारम्भ करते हुए अपर पुलिस उपायुक्त (महिला अपराध नियंत्रण) श्रीमती नम्रिता श्रीवास्तव ने कहा कि "महिलाओं के अन्दर अपार क्षमता एवं संभावनाएं होती हैं। आवश्यकता है उन्हें पहचानने और तराशने की । उन्होंने सारनाथ जोन की 25 बस्तियों से आई किशोरियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप खुशनसीब है कि आपको एक ऐसी संस्था का मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है जो विगत 32 वर्षों से बाल अधिकार, संरक्षण और संवर्धन की दिशा में सतत क्रियाशील है। उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों को उत्तर प्रदेश पुलिस के महिला व बाल संगठन प्रकोष्ठ द्वारा संचालित मिशन शक्ति सहित अनान्य योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की और प्रकोष्ठ के साथ जुड़कर कार्य करने का आह्वान किया। विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित उप पुलिस आयुक्त सारनाथ जोन श्री विदुष सक्सेना ने कहा कि "आज कल अपराधी बन्दूक पिस्तौल की जगह मोबाईल और लेपटॉप से सायबर हमले कर रहे है और उनका सबसे आसान शिकार महिलाऐं और बच्चे है। जिससे निपटने के लिए जागरूकता और जानकारी ही सबसे बड़ा हथियार है"। उन्होंने सभा में उपस्थित बालिकाओं को सायबर बुलिंग, सायबर ग्रूमिंग और भांति-भांति के सायबर अपराधो का उदाहरण देते हुए उनसे बचने के तौर तरीकों के बारे में विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला उन्होंने सायबर अपराध की घटना घटने पर तत्काल 1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने तथा सोशल मिडिया पर सायबर दोस्त एप डाउनलोड करने के लिए कहा।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के जिला विधिक सेवा अधिकारी श्री रजनीश कुमार ने डालसा के माध्यम से निशुल्क विधिक सेवा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि आप पैरा लीगल वोलेंटीयर बनकर भी देश और समाज की सेवा कर सकती है। उन्होंने बताया की महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित पंडित दीन दयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में स्थित वन स्टॉप सेंटर में भी डालसा के माध्यम से विधिक सेवा निशुल्क रूप से उपलब्ध है जिसका आप सभी लोग लाभ उठा सकती है। शहरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सारनाथ के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवांश राय ने किशोरियों को स्वास्थ्य, पौषण, एनीमिया से बचाव और बच्चेदानी के कैंसर से बचाव के लिए टीकाकरण करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के लिए भी किशोरियों को जागरूक और प्रेरित किया। इस अवसर पर अपने-अपने समुदाय में बेहतर कार्य करने वाली किशोरियों क्रमशः पूजा भारद्वाज बरईपुर, श्रीतिमा रसुलगढ़, ज्योति पाण्डेय सारनाथ, मिस्टी सिंहपुर, आंचल- बरईपुर, रानी अमरपुर, नंदिनी- रुप्मनपुर, कामिनी, अंशिका, मंशिका, कुमकुम सिंहपुर व अन्य को मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों द्वारा सम्मनित किया गया। इस अवसर पर मिशन शक्ति सारनाथ थाना टीम की उप निरीक्षक उमा जादौन, उपनिरीक्षक अंजनी, प्रधान आरक्षी मेनू यादव, आरक्षी सुप्रिया पाण्डेय व दीपमाला तथा डालसा टीम से एड. श्यामलाल यादव, एड. सूर्यचंद्र प्रकाश यादव तथा योगेन्द्र नाथ त्रिपाठी सहित संस्था की डॉ. यामिनी, रश्मि, आकांक्षा, सलोनी, रेशमा, सुरेश और मयंक आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का सञ्चालन संस्था की कार्यक्रम निदेशक डॉ. रोली सिंह और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम प्रबंधक दीक्षा सिंह ने किया।
