केन्द्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान सारनाथ के अतिश सभागार में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा NATS (राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण योजना) कार्यशाला आयोजित की गई।यह कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा आयोजित सेवा पर्व के अन्तर्गत आयोजित किया गया।श्री मानस खावस(असिस्टेंट डायरेक्टर NATS भारत सरकार) ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण योजना का मुख्य उद्देश्य भारत में नए स्नातकों और डिप्लोमा धारकों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना है ताकि वे उद्योग के लिए आवश्यक कौशल हासिल कर सकें और रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा दे सकें. यह योजना तकनीकी शिक्षा और उद्योग की जरूरतों के बीच के अंतर को पाटती है, जिससे युवा अधिक कुशल और रोज़गार योग्य बन सकें।
यह योजना प्रशिक्षुओं को उनके कार्यक्षेत्र में आवश्यक व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्रदान करती है जो उन्हें नौकरी के लिए तैयार करते हैं.NATS का उद्देश्य औपचारिक शिक्षा में अर्जित किए गए कौशलों को उद्योग की वास्तविक मांगों से जोड़ना है.इसका उद्देश्य तकनीकी रूप से योग्य युवाओं के लिए समान रोज़गार के अवसर पैदा करना है साथ ही
यह युवाओं को आजीवन काम आने वाले और उनके करियर को आगे बढ़ाने वाले कौशल सिखाता है.उन्होंने बताया कि यह योजना प्रशिक्षण कार्यक्रम बनाने और लागू करने में मदद करती है, जिससे सीधे तौर पर लागू होने वाले कौशल प्राप्त होते हैं । NATS एक ऐसा मंच है जो युवाओं को सैद्धांतिक ज्ञान से वास्तविक दुनिया के व्यावहारिक कौशल की ओर ले जाता है, जिससे वे भारतीय कार्यबल में प्रभावी ढंग से योगदान कर सकें.कार्यक्रम का संचालन उपकुलसचिव डॉ हिमांशु पांडेय ने तथा धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डॉ सुनीता चंद्रा ने किया।इस कार्यशाला में बच्चों के लिए एक क्वीज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम, द्वीतिय तथा तृतीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का पुरस्कृत किया गया।इस अवसर पर तीनों सहायक कुलसचिव डॉ सुमिल तिवारी,श्री प्रमोद सिंह,श्री सुनील कुमार,प्रलेखन अधिकारी श्री राजेश मिश्र, सुचिता शर्मा सहित सैकड़ो संख्या में छात्र उपस्थित रहे।
