प्रशांत किशोर, जन सुराज के संस्थापक, ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि नीतीश सरकार जनता के डर से योजनाएं बढ़ा रही है, लेकिन जन सुराज ही बिहार का असली विकल्प है। उन्होंने कांग्रेस की राजशाही मानसिकता पर भी तीखी टिप्पणी की है ।
*प्रशांत किशोर के प्रमुख बयान*
- *जेडीयू की सीटों पर दांव*: प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि जेडीयू आगामी विधानसभा चुनाव में 25 से अधिक सीटें नहीं जीत पाएगी। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर जेडीयू 25 से ज्यादा सीटें जीतती है तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
- *नीतीश सरकार पर हमला*: उनका मानना है कि नीतीश सरकार की योजनाएं जनता के डर से बढ़ाई जा रही हैं, जो बिहार के लिए सही विकल्प नहीं है।
- *कांग्रेस पर निशाना*: प्रशांत किशोर ने कांग्रेस की राजशाही मानसिकता की आलोचना की है।
- *जन सुराज का विकल्प*: उनका कहना है कि जन सुराज ही बिहार का असली विकल्प है, जो विचारधारा आधारित समीकरण पर काम करता है।
- *M-Y समीकरण पर प्रतिक्रिया*: प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज का मुस्लिम-यादव फॉर्मूला नहीं है, बल्कि उनका फोकस विचारधारा आधारित सामाजिक-राजनीतिक गठजोड़ पर है ।
*जन सुराज की रणनीति*
प्रशांत किशोर ने बिहार बदलाव सम्मेलन में मुस्लिम समुदाय के लोगों से बात की और कहा कि मुसलमानों के वोट की बड़ी कीमत है, इसलिए उन्हें भीड़ का हिस्सा नहीं बनना चाहिए। उन्होंने अल्लाह के सिवा किसी से न डरने की बात कही ।
यह साफ है कि बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर और जन सुराज एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की कोशिश कर रहे हैं, और वे विपक्षी दलों पर हमलावर हैं ।