पटना पुलिस ने जिले के सबसे खतरनाक अपराधियों की टॉप-10 सूची तैयार की है, जिसमें कुल 40 अपराधी शामिल हैं। ये अपराधी पिछले 10 से 15 वर्षों से लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और आज भी सक्रिय हैं। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय शर्मा ने साफ कहा है कि यदि इन अपराधियों ने जल्द सरेंडर नहीं किया तो उन्हें एनकाउंटर का सामना करना पड़ेगा ।
*अपराधियों की दो श्रेणियां*
एसएसपी ने बताया कि अपराधियों को दो श्रेणियों में बांटा गया है:
- *पहली श्रेणी*: वे अपराधी जो जेल से बाहर आ चुके हैं और हर रविवार थाने जाना होता है, उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जाती है।
- *दूसरी श्रेणी*: वे अपराधी जिन पर हाल ही में चार्जशीट दर्ज हुई है या जिनका नाम गुंडा पंजी में दर्ज है, इन्हें सोमवार और शुक्रवार को थाने में उपस्थित होना अनिवार्य होगा।
*अपराध के प्रकार और पुलिस की कार्रवाई*
ये अपराधी मुख्यतः हत्या, डकैती, रंगदारी, हथियारों की तस्करी और मादक पदार्थों के कारोबार में शामिल हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ इनाम की राशि भी घोषित की है, जो 25 हजार से लेकर 3 लाख रुपए तक हो सकती है। हाल ही में पुलिस ने टॉप-10 अपराधियों में से कई को गिरफ्तार कर बड़े मामलों का खुलासा किया है, जैसे पूर्वी इलाके के अपराधी शैलेंद्र यादव को हत्या और रंगदारी के 7 मामलों में गिरफ्तार किया गया ।
*बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर सख्त रवैया*
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। अब तक एनकाउंटर की संख्या में वृद्धि हुई है और पुलिस ने कानून-व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं। पटना पुलिस ने अपराधियों को चेतावनी के साथ सख्त कार्रवाई का स्पष्ट संकेत दिया है ।
