चंदौली, उत्तर प्रदेश: सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी, जो राजभर समाज को एसटी आरक्षण दिलाने के लिए संघर्ष कर रही है, ने समाजवादी पार्टी से हाथ मिला लिया है! हाल ही में, सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मिंटू राजभर ने चंदौली के लोकप्रिय सांसद वीरेंद्र सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात को दोनों पार्टियों के बीच एक बड़े राजनीतिक बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है।
सांसद वीरेंद्र सिंह के आवास पर सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारियों का जोरदार स्वागत किया गया एवं सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी की ओर से सांसद वीरेंद्र सिंह का अभिनंदन किया गया।
इस मुलाकात के दौरान सांसद वीरेंद्र सिंह ने महत्वपूर्ण संदेश दिया : अगर पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) गठबंधन की सरकार बनती है, तो राजभर समाज को एसटी आरक्षण मिलेगा। सांसद वीरेंद्र सिंह ने इस पर मुहर लगाते हुए कहा कि यह राजभर समाज का हक है।
सांसद ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा से किसानों, मजदूरों और कमजोर वर्ग के अधिकारों के लिए संघर्ष करती रही है। यह पार्टी समाजवाद के सिद्धांतों पर चलकर भारत के नवनिर्माण का संकल्प रखती है। इस बयान ने समाजवादी पार्टी की विचारधारा और भविष्य की योजनाओं को और भी स्पष्ट कर दिया है।
मिंटू राजभर ने भी इस मुलाकात पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी पूरी ताकत के साथ पीडीए के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में अपना उम्मीदवार उतारेगी। उनका लक्ष्य 2027 में उत्तर प्रदेश में सरकार बनाना और अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री का ताज पहनाना है। यह घोषणा साफ बताती है कि दोनों पार्टियां मिलकर एक मजबूत राजनीतिक समीकरण बना रही हैं।
इस महत्वपूर्ण बैठक में कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे, जिनमें सुशील कुमार यादव, पप्पू उस्ताद, लाल बहादुर यादव, संतोष कुमार तिवारी और सोनू राजभर शामिल थे। यह गठजोड़ उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू कर सकता है, जहाँ राजभर समाज का वोट बैंक एक निर्णायक भूमिका निभाएगा।
क्या यह नया गठजोड़ उत्तर प्रदेश के राजनीतिक समीकरणों को बदल पाएगा? आने वाला समय ही बताएगा कि यह वादा कितना कारगर साबित होता है।