मिर्जापुर: नरायनपुर मार्ग, जो क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण जीवन रेखा है, आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। तीन महीने पहले ही इस सड़क की मरम्मत हुई थी, लेकिन आज यह फिर से बड़े-बड़े गड्ढों से भर गई है। इन गड्ढों के कारण आए दिन लोग परेशान हो रहे हैं, और किसी भी समय एक बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी हुई है।
जनप्रतिनिधियों की चुप्पी: भ्रष्टाचार का शिकार?
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क पर दिनभर भीषण जाम लगा रहता है, जिससे आवाजाही में भारी परेशानी होती है। सवाल यह उठता है कि क्या जनप्रतिनिधियों - चाहे वह प्रधान हों, जिला पंचायत सदस्य हों, विधायक हों या सांसद - को यह समस्या दिखाई नहीं देती? क्या वे इस पर आंखें मूंद कर बैठे हैं? यह स्थिति इस संदेह को और मजबूत करती है कि क्या यह सड़क भी भ्रष्टाचार का शिकार हो चुकी है, जहां मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है।
अधिकारियों तक एक कड़ा संदेश
यह खबर सिर्फ एक सड़क की समस्या नहीं, बल्कि सरकारी उदासीनता और भ्रष्टाचार का एक बड़ा उदाहरण है। नरायनपुर मार्ग की यह दुर्दशा एक कड़ा संदेश देती है कि विकास के नाम पर हो रही ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संबंधित अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को इस मामले का तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और सड़क की मरम्मत के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। ताकि लोगों को राहत मिले और वे सुरक्षित यात्रा कर सकें।
रिपोर्ट हर्ष गुप्ता