सिंदरी , धनबाद-26 अगस्त मंगलवार को गायत्री ज्ञान मंदिर सिन्दरी में प्रातः हवन यज्ञ करने के पश्चात हर तालिका तीज व्रत, गायत्री मंदिर के प्रांगण, साधना कक्ष में पंडित गोपाल गिरि जी के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर पूजा प्रारंभ हुआ,भगवान भोलेनाथ,मां पार्वती एवं माता गायत्री, पूज्य गुरुदेव,वन्दनीय माता जी का वैदिक मंत्रोच्चारण कर देवी देवता का आवाहन पूजा-अर्चना किया गया, इसके साथ ही , हर तालिका तीज व्रत के शुभ अवसर पर सभी बहनों के जीवन में, तथा घर के परिवार में सुख शांति बनी रहे, सुख - सौभाग्य और अखंड सुहाग की प्रार्थना मां गायत्री, मां भगवती एवं गुरु सत्ता से की। तीज व्रत के मुख्य नीयम निर्जला व्रत , इस दिन महिलाएं बिना पानी और भोजन के कठोर उपवास करती है ,भगवान शिव पार्वती की पूजा व हरतालिका तीज व्रत कथा सुनती है। सुहागिन स्त्रियां सोलह सिंगार करती है, नए कपड़े पहन गहने पहनती हैं। एवं भगवान शिव मां पार्वती की पूजा में बेलपत्र धतूरा फल फूल एवं सुहाग सामग्री, वस्त्र भगवान शिव पार्वती को अर्पित करती है, पूजा अर्चना , कथा सुनने के बाद सुहागिन माताएं बहनें शिव शंकर भोलेनाथ की आरती कर, स्त्रियां पति की दीर्घायु अखंड सौभाग्य और सुख दांपत्य जीवन के लिए व्रत करती महिलाएं माताएं बहनें बाबा भोलेनाथ से अपने परिवार एवं सभी के उज्जवल भविष्य के लिए प्रार्थना कि , पूजा सम्पन्न के बाद महामृत्युंजय मंत्र का जाप हुआ, इसके साथ ही गायत्री परिवार के परिजनों ने हर्षोल्लास पूर्वक भजन गीत संगीत से मंदिर के प्रांगण को भक्तिमय बना दिया ।
रिपोर्ट प्रेम प्रकाश शर्मा