मोरबी, गुजरात: सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की जान बचाने के लिए भारत सरकार द्वारा चलाई गई 'राह-वीर' योजना अब गुजरात के मोरबी में एक नई मिसाल पेश कर रही है। हाल ही में मोरबी टाउन पुलिस स्टेशन के इलाके में हुई एक सड़क दुर्घटना में एक जागरूक नागरिक ने अपनी सूझबूझ और तत्परता से एक घायल की जान बचाई। अब इस नेक काम के लिए उन्हें सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
गोल्डन आवर में मिली मदद, मिली नई जिंदगी
'राह-वीर' योजना का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटना के पीड़ितों को 'स्वर्णिम समय' (Golden Hour) के भीतर अस्पताल पहुंचाकर उनकी जिंदगी बचाना है। यह वह महत्वपूर्ण समय होता है, जब सही इलाज मिलने पर जान बचने की संभावना सबसे अधिक होती है। इस योजना के तहत, जो भी व्यक्ति किसी घायल की मदद कर उसे अस्पताल पहुंचाता है, उसे ₹25,000 का पुरस्कार और प्रशंसा पत्र दिया जाता है। मोरबी में भी इसी नेक काम के लिए उस नागरिक को पुरस्कृत किया जाएगा, जिसने मानवता का परिचय देते हुए एक व्यक्ति की जान बचाई।
पुलिस की अपील: आपकी मदद बचा सकती है जान
मोरबी के पुलिस सब-इंस्पेक्टर अरुण मिश्रा ने नागरिकों से अपील की है कि वे सड़क दुर्घटनाओं के समय निडर होकर आगे आएं। उन्होंने कहा, "आपकी थोड़ी सी मदद किसी के लिए जीवनदान बन सकती है।" उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने में सहयोग करें, क्योंकि हर मिनट मायने रखता है। यह घटना दर्शाती है कि आम नागरिक भी सड़क सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और इस योजना के माध्यम से उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है।
रिपोर्ट विपिन मिश्रा