रिपोर्ट केविन ट्रॉट
उरण के मोटे भोम गाँव की एक 90 वर्षीय महिला की इस महीने की शुरुआत में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद पुलिस ने एक अज्ञात हमलावर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। दुर्घटनावश हुई मौत की जाँच में हमले के स्पष्ट संकेत मिलने के बाद मंगलवार देर रात प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस ने मृतका की पहचान हीराबाई जनार्दन जोशी के रूप में की है, जो एक दशक पहले अपने बेटे की मृत्यु के बाद अपनी बहू के अपने माता-पिता के घर चले जाने के बाद से अपने घर में अकेली रहती थीं। हीराबाई 9 नवंबर को अपने घर के अंदर मृत पाई गईं। रिश्तेदारों ने शुरू में पुलिस को बताया था कि वह फिसलकर गिर गई थीं।
हालांकि, पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टरों ने उनके सिर, चेहरे, हाथों और छाती पर कई चोटों के निशान पाए, जो किसी हिंसक हमले के संकेत थे। पुलिस ने घटनास्थल से खून से सने दो लकड़ी के तख्ते भी बरामद किए, जिससे यह निष्कर्ष निकला कि उनकी पीट-पीटकर हत्या की गई थी।
आगे की जाँच से पता चला कि हीराबाई ने हाल ही में टाकी गाँव में चार गुंठा ज़मीन बेची थी और उसे 15 लाख रुपये मिले थे, जिसमें से उन्होंने लगभग 5 से 6 लाख रुपये रिश्तेदारों में बाँट दिए थे। पुलिस का मानना है कि इस पैसे को लेकर विवाद के कारण यह अपराध हुआ होगा और अब वे परिवार के करीबी सदस्यों से पूछताछ कर रहे हैं। उरण के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "चोटें स्पष्ट रूप से जानबूझकर किए गए हमले की ओर इशारा करती हैं। हम रिश्तेदारों से पूछताछ कर रहे हैं और अपराधी की पहचान के लिए वित्तीय पहलू की जाँच कर रहे हैं।"
उरण पुलिस ने अपराध शाखा के साथ मिलकर आरोपियों का पता लगाने के लिए कई टीमें बनाई हैं।
