मिर्ज़ापुर/चुनार में बालू-गिट्टी मंडी पर अनैतिक छापा' मंडी संचालक का SDM पर गंभीर आरोप भाजपा शासन में ब्राह्मणों का योजनाबद्ध तरीके से शोषण

बृज बिहारी दुबे
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मिर्ज़ापुर जिले के चुनार क्षेत्र में थाना अदलहाट के संकटमोचन बालू गिट्टी मंडी (हाजी पुर मेन रोड) पर उप-जिलाधिकारी (एसडीएम) चुनार और खनन विभाग द्वारा कथित रूप से अनैतिक छापा मारे जाने का गंभीर मामला सामने आया है। मंडी संचालक दिव्यांशु पांडेय पुत्र प्रदीप कुमार पांडेय ने सीधे तौर पर एसडीएम और उनकी टीम पर जातिगत भेदभाव तथा ब्राह्मण समाज के शोषण का बेहद सनसनीखेज आरोप लगाया है।

 *दिव्यांशु पांडेय के मुख्य आरोप: 'ब्राह्मणों को निशाना बनाया जा रहा है'*

दिव्यांशु पांडेय ने मीडिया को बताया कि यह छापामारी एक योजनाबद्ध तरीके से सिर्फ ब्राह्मणों द्वारा संचालित मंडियों को निशाना बनाने के लिए की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया कि बगल में पटेल समाज की भी मंडी संचालित हो रही है, लेकिन एसडीएम और उनकी टीम ने वहां छापा नहीं मारा। उनके अनुसार, मिर्ज़ापुर जनपद में भाजपा के शासन में ब्राह्मणों का शोषण एक योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है।
 *जान से मारने और फर्जी मुकदमे की धमकी का दावा*

मंडी संचालक दिव्यांशु पांडेय ने एसडीएम पर सीधे तौर पर जान से मरवाने, गोली मरवाने और तमाम फर्जी मुकदमे लगवाने की धमकी देने का भी गंभीर आरोप लगाया।
पांडेय ने बताया कि उन्हें सीधे तौर पर यह धमकी दी गई कि, "कहाँ जाओगे विधायक पटेल, सांसद पटेल, एसडीएम पटेल, पुलिस अधीक्षक पटेल, डीएम पटेल और खनन अधिकारी पटेल। तुम्हारी सुनवाई  कहीं नहीं होगी। तुम्हारे जैसे ब्राह्मण की सुनवाई कहीं भी नहीं होगी।"

 *प्रशासनिक कार्रवाई की मंशा पर सवाल*

दिव्यांशु पांडेय ने एसडीएम एवं उनकी टीम और खनन विभाग की कार्रवाई की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा:
  भ्रष्टाचार का जड़: पांडेय का आरोप है कि भ्रष्टाचार का जड़ खनन विभाग स्वयं है और जगह-जगह चेकिंग पोस्ट स्वयं इस भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। ऐसे में सीधे मंडी में छापा मारना न्यायसंगत नहीं है।
  जाँच का तरीका: सवाल उठता है कि खनन विभाग और प्रशासन को जगह-जगह रास्ते में रोक कर ओवरलोड गाड़ियों को पकड़ना चाहिए, न कि मंडी में छापा मारना।
  टोल प्लाज़ा का रहस्य: मंडी तक आने में कई टोल प्लाजा पड़ते हैं, और अगर गाड़ियाँ ओवरलोड हैं, तो टोल प्लाज़ा पर ये गाड़ियाँ कैसे पास हो रही हैं? इसकी अनदेखी क्यों की जा रही है?
मंडी संचालक ने सीधा आरोप लगाया कि ब्राह्मण होने के नाते यह एक योजना बनाकर उनकी मंडी के अंदर जाकर छापा मारा गया है और पूरी तरीके से जातिवादिता को स्थापित किया जा रहा है।
छापामारी के माध्यम से दहसत पैदा किया जा रहा है और बड़ी रकम वसूली की योजना के तहत छापा मारी की जा रही है।

*मुख्यमंत्री से जांच और कार्रवाई की मांग*

इस पूरे प्रकरण से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर जोरदार तरीके से वायरल हो रहा है, जिससे एसडीएम और उनकी टीम की कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
दिव्यांशु पांडेय ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय, उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि भ्रष्ट अधिकारियों की जांच कर उन पर उचित कार्रवाई की जाए, जो उनके अनुसार, "भ्रष्टाचार को पूरी तरीके से स्थापित करने में लगे हुए हैं।" उनका मानना है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि मिर्ज़ापुर जनपद में कथित तौर पर हो रहे जातिगत भेदभाव और शोषण पर रोक लग सके।
उन्होंने मुख्यमंत्री महोदय से अपने जान माल की सुरक्षा की मांग की है।

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