नेपाल में राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल गहराती जा रही है, जिससे राजधानी काठमांडू में गंभीर सुरक्षा संकट उत्पन्न हो गया है। पुलिस मुख्यालय और मलिगाउँ क्षेत्र के पास भारी गोलीबारी की आवाजें सुनाई दे रही हैं, जो प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हो सकती है। इस बीच, राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे संविधानिक शून्यता की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
मलिगाउँ का महत्व
मलिगाउँ नेपाल पुलिस मुख्यालय और अन्य खुफिया तंत्रों का संवेदनशील क्षेत्र है, जहां से सुरक्षा नियंत्रण और प्रतिक्रिया संचालन होता है। इस क्षेत्र में गोलीबारी का मतलब है कि राज्य व्यवस्था का केंद्रीय तंत्र संकट में है।
काठमांडू में सुरक्षा व्यवस्था
राजधानी काठमांडू में कई क्षेत्रों में धुएं और सायरनों का माहौल है। पुलिस मुख्यालय, सिंहदरबार, मलिगाउँ और अन्य प्रमुख ठिकानों पर भारी बल तैनात किया गया है। सेना की तैनाती के बाद भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
प्रदर्शनकारियों की मांग
प्रदर्शनकारी राजशाही की बहाली की मांग कर रहे हैं, जबकि सरकार और गणतंत्र समर्थक इसका विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि राजशाही के समय देश अधिक स्थिर था, जबकि सरकार का कहना है कि गणतंत्र ही देश का भविष्य है।
अब तक की प्रमुख घटनाएं
- *गोलीबारी और हिंसा*: काठमांडू में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी और हिंसक झड़पें हुई हैं, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं और दो लोगों की मौत हो गई है।
- *राष्ट्रपति का इस्तीफा*: राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे संविधानिक शून्यता की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
- *सेना की तैनाती*: काठमांडू में सेना को तैनात किया गया है, और कई क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है¹।
नेपाल संकट: काठमांडू में गोलीबारी और राष्ट्रपति का इस्तीफा
नेपाल में राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल गहराती जा रही है, जिससे राजधानी काठमांडू में गंभीर सुरक्षा संकट उत्पन्न हो गया है। पुलिस मुख्यालय और मलिगाउँ क्षेत्र के पास भारी गोलीबारी की आवाजें सुनाई दे रही हैं, जो प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हो सकती है। इस बीच, राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे संविधानिक शून्यता की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
मलिगाउँ का महत्व
मलिगाउँ नेपाल पुलिस मुख्यालय और अन्य खुफिया तंत्रों का संवेदनशील क्षेत्र है, जहां से सुरक्षा नियंत्रण और प्रतिक्रिया संचालन होता है। इस क्षेत्र में गोलीबारी का मतलब है कि राज्य व्यवस्था का केंद्रीय तंत्र संकट में है।
काठमांडू में सुरक्षा व्यवस्था
राजधानी काठमांडू में कई क्षेत्रों में धुएं और सायरनों का माहौल है। पुलिस मुख्यालय, सिंहदरबार, मलिगाउँ और अन्य प्रमुख ठिकानों पर भारी बल तैनात किया गया है। सेना की तैनाती के बाद भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
प्रदर्शनकारियों की मांग
प्रदर्शनकारी राजशाही की बहाली की मांग कर रहे हैं, जबकि सरकार और गणतंत्र समर्थक इसका विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि राजशाही के समय देश अधिक स्थिर था, जबकि सरकार का कहना है कि गणतंत्र ही देश का भविष्य है।
अब तक की प्रमुख घटनाएं
- *गोलीबारी और हिंसा*: काठमांडू में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी और हिंसक झड़पें हुई हैं, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं और दो लोगों की मौत हो गई है।
- *राष्ट्रपति का इस्तीफा*: राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे संविधानिक शून्यता की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
- *सेना की तैनाती*: काठमांडू में सेना को तैनात किया गया है, और कई क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है।