(रिपोर्ट सत्यदेव पांडे)
चोपन/ सोनभद्र - पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिल यादव ने सोनम वांगचुक की गिरफ़्तारी की निंदा करते हुए, इसे तानाशाही की पराकाष्ठा बताया है। उन्होंने कहा कि, सोनम वांगचुक लगातार लेह-लद्दाख की बेरोजगारी और स्थानीय मुद्दों को उठा रहे थे। उन्होंने कई बार शांतिपूर्ण अनशन भी किया, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया है। लद्दाख के शांतिप्रिय और पर्यावरण योद्धा सोनम वांगचुक पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्यवाही करना इस सरकार की दूषित मानसिकता को उजागर करता है। भाजपा सरकार 'जब सवाल उठे तो बुलडोज़र, जब हक की बात हो तो जेल' के नारे के साथ अंग्रजों की दमनकारी नीतियों से प्रभावित होकर जन - जन का उत्पीड़न कर रही है। क्या आजकल देशभक्ति का अर्थ केवल भाजपा सरकार का गुणगान ही रह गया है? वांगचुक की गिरफ्तारी जनता की आवाज़ दबाने का प्रयास है, लेकिन भाजपा यह याद रखे जनसरोकारी मुद्दों से दूर होकर कोई भी ज्यादा दिन तक सरकार में नही रह सकती। आज पूरे भारत के लोग सोनम वांगचुक और लद्दाख की जनता के साथ खड़े हैं और इसका जवाब भाजपाई सत्ता को वोट की चोट से देंगे।
