सिंदरी, धनबाद। बुधवार को सिंदरी और बलियापुर के आदिवासी बहुल क्षेत्र में प्रकृति से जुड़ा एवं बहनों द्वारा भाइयों की सुख समृद्धि के लिए किया जाने वाला करम त्योहार परंपरा के अनुसार मनाया गया। लड़कियों ने अपने भाई के लिए सुख समृद्धि की कामना की और अच्छी फसल के लिए प्रकृति के आराध्य देव की पूजा की।
बलियापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत छाताटांड़ पंचायत क्षेत्र के सीमाटांड़, रांगा माटी लोहार बस्ती के साथ साथ विभिन्न गांवों में करमा त्योहार की धूम रही।परंपरा के अनुसार महिलाओं ने गाय के गोबर से पूजा स्थल और घर के आंगन और सामने लेपित कर क्षेत्र पवित्र किया था, इसके अलावा मुख्य द्वार पर फूलों ,मालाओं और बेलुनो से सज्जा करते हुए प्रवेश द्वार पर रंगोली एवं दीपक या शुभ प्रतीक का चिन्ह बनाया हुआ था। गली- मौहल्लों में पारंपरिक गीत की धुन बज रही थी। करमा पर्व के पूर्व युवतियों द्वारा करम डाला में रखे बालू में उगाया गया 5 या 7 प्रकार के अनाज के बीजों से अंकुरित डाला के चारों ओर पारंपरिक वस्त्र पहनकर नृत्य करती और गाती नजर आईं।बताया गया कि पूजा और नृत्य के बाद करम डाला को नदी में विसर्जित किया जाएगा ,जो प्रकृति और जीवन के चक्र का प्रतीक है।
रिपोर्ट प्रेम प्रकाश शर्मा