योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर अमित शाह को बता दिया कि वह आदेश का पालन करने वाले नहीं, जनादेश का निर्माण करने वाले मुख्यमंत्री हैं

बृज बिहारी दुबे
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लखनऊ योगी आदित्यनाथ चाहते थे कि Awnish Awasthi को सेवा विस्तार मिले लेकिन केंद्र ने नहीं दिया तो योगी आदित्यनाथ ने उन्हें अपना सलाहकार घोषित कर दिया, सुविधा और ताकत बरकरार कर दी, मनोज कुमार सिंह जब मुख्य सचिव के पद से रिटायर हुए तो योगी ने केंद्र सरकार से मनोज सिंह को सेवा विस्तार देने की गुजारिश की योगी की बात फिर नहीं सुनी गई तो योगी ने मनोज कुमार सिंह को राज्य योजना आयोग / state transformation mission का ताकतवर ओहदा सौंप दिया।

अब बारी थी योगी के खास प्रशांत कुमार की लंबे समय तक प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और डीजीपी रहे प्रशांत कुमार के लिए भी योगी की ख्वाहिश थी कि उन्हें सेवा विस्तार मिले, केंद्र सरकार ने योगी के मंसूबों पर पानी फेरने की कोशिश की लेकिन योगी पुराने वाले आदित्यनाथ नहीं हैं, वह राजनीति और कूटनीति के भी मठाधीश बन चुके हैं।

और अपने लिए समर्पित रहने वाले लोगों की एक मजबूत टीम भी तैयार कर रहे हैं, योगी उत्तर प्रदेश में लंबी पारी खेलना चाहते हैं, और अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो वह नए रास्ते बनाने में भी संकोच नहीं करेंगे, इस बात का संकेत उन्होंने एक बार फिर दे दिया।

उच्च शिक्षा सेवा आयोग और माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को मिलाकर एक बहुत ताकतवर संस्था शिक्षा सेवा आयोग का निर्माण किया गया, उसके नियमों में संशोधन किया गया और पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार के लिए एक ताकतवर सिंहासन सजा दिया गया।

उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग के ताकतवर अध्यक्ष के रूप में योगी आदित्यनाथ ने अपने खास सिपहसालार प्रशांत कुमार को तैनात कर दिया है, और केंद्र सरकार को एक बार फिर यह स्पष्ट करा दिया है कि जहां उन्हें दबाव में लेने की कोशिश की जाएगी वहां-वह और अधिक प्रभाव दिखाने का काम करेंगे।
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