वाराणसी। पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार की वाराणसी इकाई की ओर से बुधवार को शास्त्री घाट पर एक भव्य स्वच्छता एवं जनजागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पर्यटन स्थलों पर स्वच्छता को बढ़ावा देना, पर्यटकों में जागरूकता लाना और वाराणसी को एक स्वच्छ, सुंदर एवं विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करना था।
स्वच्छता कार्यक्रम असिस्टेंट डायरेक्टर इंडिया टूरिज्म, वाराणसी श्री पावस प्रसून के आह्वान पर हुई, जिसमें पर्यटन सूचना अधिकारी श्री अनिल सिंह, श्री रूपम श्रीवास्तव की उपस्थिति रही। इस दौरान शहर के सभी पर्यटन स्टेकहोल्डर्स—टूर ऑपरेटर, होटल एसोसिएशन, स्टोरीटेलर एसोसिएशन सहित पर्यटन क्षेत्र से जुड़े संगठनों के प्रमुखों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी ने एक स्वर में “स्वच्छ पर्यटन, सुंदर काशी” का नारा बुलंद किया और घाट की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया।
अभियान के दौरान स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों को भी स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया गया। प्रतिभागियों ने सामूहिक रूप से स्वच्छता की शपथ ली और यह संकल्प दोहराया कि काशी को स्वच्छ, आकर्षक और पर्यटकों के अनुकूल शहर बनाने में सभी मिलकर योगदान देंगे।
पर्यटन सूचना अधिकारी श्री अनिल सिंह ने बताया कि, “काशी विश्व का प्राचीनतम जीवित नगर है। यहाँ के घाट, गलियाँ और धार्मिक स्थल हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं। स्वच्छता के माध्यम से हम न केवल पर्यटन को सशक्त बना सकते हैं बल्कि विश्व पटल पर काशी की पहचान को और उज्ज्वल कर सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे अभियान भविष्य में भी समय-समय पर आयोजित किए जाते रहेंगे, ताकि स्थानीय नागरिकों और पर्यटन क्षेत्र के लोगों में जागरूकता बनी रहे।
इस अवसर पर सुभाष कपूर (वाराणसी टूरिज्म गिल्ड के अध्यक्ष) विक्रम मेहरोत्रा (आईटीएफए उत्तर प्रदेश चैप्टर के अध्यक्ष), राशिद खान (वाराणसी टूरिज्म एसोसिएशन के अध्यक्ष), पंकज सिंह, श्री नीरज निगोटिया, सौरभ पांडेय, श्री प्रमोद कुमार, मुकेश कुमार, और संजय मेहरोत्रा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित सभी प्रतिनिधियों ने घाट परिसर में स्वच्छता बनाए रखने, पर्यटकों को जागरूक करने और “स्वच्छ काशी–विश्व स्तरीय काशी” के संकल्प को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।