चुनार।आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के तहत शनिवार को नरायनपुर ब्लॉक सभागार में महिला सम्मेलन का आयोजन राज्य महिला आयोग की सदस्य गीता विश्वकर्मा के मुख्य आतिथ्य मे आयोजित हुआ। उन्होंने महिला सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि पहले महिलाओं को शादी विवाह मे सेठ साहूकारों से सूद पर रुपया लेना पड़ता था बदले में साहूकार पाच से दस प्रतिशत ब्याज वसूलता था और लोग ब्याज समय से नही भर पाते थे तो साहुकारों द्वारा उनके बेटी, बहू, को बन्धक बना लेते थे। इन सबसे छूटकारा पाने के लिए मोदीजी ने स्वयं सहायता समूह बनाकर उसे हर बैंक से जोडा जिससे महिला लोन लेकर ब्यसाय कर सके साथ ही वन नेशन वन कार्ड के तहत महिलाओं को मुखिया बनाने का काम किया गया आज महिलाए आत्म निर्भर है। केन्द्र सरकार मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शोच का परिणाम है ।उन्होंने बताया कि पूरे भारत वर्ष मे दिपावली के त्यवहार के दौरान स्वंय सहायता समूह के महिलाओं द्वारा तैयार किये गए स्वदेशी उत्पादो को 87% लोगों ने इस्तेमाल किया जिससे 65000 करोड़ रपये की स्वदेशी उत्पादो की विक्री हुई जो देश की एक बहुत बडी आर्थिक उपलब्धि है। एक जिला एक उत्पाद के तहत जिले के पीतल , भदोही के कालीन व वाराणसी के बनारसी साड़ी उत्पादों का बडे़ पैमाने मे अपने देश मे ही नही बल्कि बिदेशो मे भी पहचान बनाए हुए है।संवोधन के आखिर में उन्होंने कहा कि महिला सशक्त स्वावलंबी बने लेकिन अपने अधिकारों का गलत प्रयोग न करें क्योकि महिला ही किसी की माँ, किसी की बेटी,किसी की बहू है। इस दौरान राष्ट्रीय परिषद सदस्य महिला मोर्चा आरुषि श्रीमाली, क्षेत्रीय अध्यक्ष महिला मोर्चा कुसुम शर्मा, जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा आभा सिंह, नगर अध्यक्ष महिला मोर्चा रेनू श्रीवास्तव, कार्यक्रम संयोजक अमित पाण्डेय, जिला प्रतिनिधि भाजपा चन्द्रहाश गुप्ता, शक्ति केन्द्र संयोजक ज्योति प्रकाश सिंह एड0, हरिशंकर सिंह आदि प्रमुख मौजूद रहे।
