जिलाधिकारी ने आईजीआरएस रैंकिंग में सुधार लाने हेतु सभी संबंधित अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

बृज बिहारी दुबे
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प्रकरणों के निस्तारण में लापरवाही एवं उदासीनता बरतने, अत्यधिक संख्या में असंतुष्ट फीडबैक एवं शिकायतकर्ता से वार्ता नहीं किए जाने पर जताई कड़ी नाराजगी, कई अधिकारियों को दी प्रतिकूल प्रविष्टि

प्रयागराज। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में रविवार को आइजीआरएस रैंकिंग में सुधार लाने हेतु सभी संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने विभागवार विस्तृत समीक्षा करते हुए रैंकिंग में सुधार लाने के लिए सभी संबंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं।
    जिलाधिकारी ने आइजीआरएस प्रकरणों के निस्तारण में लापरवाही एवं उदासीनता बरतने एवं आइजीआरएस पोर्टल पर असंतुष्ट फीडबैक की संख्या अधिक होने व शिकायतकर्ताओं से वार्ता न किए जाने पर  उप जिलाधिकारी - फूलपुर दिग्विजय सिंह, उप जिलाधिकारी सोराव हीरालाल सैनी को प्रतिकूल प्रविष्टि दिए जाने के निर्देश दिए हैं।
   उन्होने  उप जिलाधिकारी- मेजा,  बारा एवं कोरॉव तहसीलदार- मेजा, फूलपुर एवं सोराव को  आइजीआरएस पोर्टल पर असंतुष्ट फीडबैक की संख्या अधिक होने व शिकायतकर्ताओं से वार्ता न किए जाने पर  कारण बताओं नोटिस जारी करने एवं इनके विरुद्ध शासन को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए है। 
   जिलाधिकारी ने आइजीआरएस प्रकरणों के निस्तारण में लापरवाही एवं उदासीनता बरतने पर अधिशासी अभियंता विद्युत (नोडल) अमर सिंह, अधिशासी अभियंता सिंचाई एस.पी. चौधरी, अधिशासी अभियंता उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) प्रवीण कुट्टी सहित 09 जिला स्तरीय अधिकारियों के विरुद्ध कारवाई हेतु मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से शासन को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं।
   जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी- कोरांव, हण्डिया, मांडा, ऊरुवा, बहरिया एवं सहायक खंड विकास अधिकारी-कोरांव, ऊरुवा, मऊआइमा, सोरांव, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत- फूलपुर, शंकरगढ़, कोरांव एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सीएचसी भगवतपुर को  आइजीआरएस पोर्टल पर असंतुष्ट फीडबैक की संख्या अधिक होने व शिकायतकर्ताओं से वार्ता न किए जाने पर मध्यावधि प्रतिकूल प्रविष्टि दिए जाने के निर्देश दिए हैं l 
    जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए निर्देशित किया है कि आईजीआरएस से सम्बंधित प्रकरणों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता स्वीकार्य नहीं है। डिफाल्टर पाये जाने, गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण में कमी पाये जाने एवं फीडबैक खराब पाये जाने पर सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को शिकायतों का निस्तारण समयसीमा में गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारित करने के निर्देश दिए है।

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