सिंदरी, धनबाद प्रभु से बढ़कर कोई और सुख और सम्पदा नहीं, भागवत कथा श्रवण करने वालो का होता है कल्याण,
सिन्दरी शहरपुरा शिव मन्दिर के प्रागण में चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण के द्वितीय दिवस गुरुवार की कथा में वृन्दावन से पधारे व्यास सु श्री ब्रज प्रिया किशोरी जी ने अमर कथा और शुकदेव जी का जन्म वृत्तांत विस्तार से वर्णन किया। राजा परीक्षित का जन्म, वराह भगवान का अवतार दिव्य प्रसंगो का वर्णन किया।
अन्य प्रसंग,परीक्षित के अलावा अन्य महत्वपूर्ण कथाओं का वर्णन किया - जैसे कि विदुर और मैत्रैय की पावन कथा ।
सुखका संदेश-व्यास जी ने बताया कि सांसारिक सुख सम्पदा से बढ़कर प्रभुकी भत्ति है।
कथा का महत्व:-भागवत कथा का उद्देश्य श्रोताओं के मनको निर्मल करना है।
यह कथा उनलोगों के लिए बहुत कल्याणकारी मानी जाती है जो इसे श्रद्धा पूर्वक सुनते है।
